चना भाव भविष्य 2024: चना का भाव कितने बढ़ने के है आसार, जानें चना तेजी मंदी रिपोर्ट एवम् चने का भाव कब बढ़ेगा
चना भाव भविष्य 2024: इस समय साल का अंतिम सप्ताह समाप्ति की और है, एवम् नया साल नजदीक है, चना की बुवाई लगभग समाप्त हो चुकी है, बाजारों में आवक भी कम हो रही है हालांकि कुछ मंडियो में नए विशाल चने की आवक जरुर हुई है, परंतु नया देशी चना एवम् डॉलर चना की नई आवक में अभी समय लगेगा, ऐसे में किसानों एवम् व्यापारियों ने जो स्टॉक कर रखा है उसको लेकर कई प्रकार की आशंकाएं बनी हुई है, जैसे चना का भाव 2024 में क्या रहेगा, चना भाव भविष्य 2024 कैसा रहेगा, चने का भाव कब बढ़ेगा, चने में तेजी कब आएगी आदि इन सभी प्रश्नों के बारे में आज हम जानने की कोशिश करेंगे अतः लेख पूरा पढ़े।
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चने की बुवाई में हुई कमी। चना भाव भविष्य 2024
बीते सप्ताह चना बाजार में ग्राहकी की निकलने से भाव में सुधार देखने को मिल रहा है नाफेड द्वारा टेंडर पास किए जाने की गति सुस्त पड़ने एवं OTR चना स्टॉक कम होने व सीमित बिक्री से चना बाजार को अच्छा सपोर्ट मिल रहा है, इस बीच कई राज्यों में कमजोर बुवाई के बाद रोग से नुकसान की खबर भी मिल रही है, हाल ही में कर्नाटक से आई रिपोर्ट में पाया गया है की बुवाई के बाद फसल में बड़ा नुकसान हुआ है, वहीं तमिलनाडु, तेलंगाना,आंध्र प्रदेश में भी बुवाई कमजोर रही एवं यार्ड में गिरावट की रिपोर्ट मिल रही है, महाराष्ट्र, एमपी और राजस्थान की स्थिति भी ऐसी ही बनी हुई है
सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में कमजोर बुवाई के बाद यार्ड में गिरावट से उत्पादन में भारी गिरावट की संभावना व्यक्त की जा रही है, फिलहाल नाफेड के पास रबी सीजन 2023 में तकरीबन लगभग 15 से 16 लाख तक स्टॉक बचा हुआ है, जानकारी के अनुसार नाफेड 10 लाख टन बफर स्टॉक और 5 से 6 लाख टन राज्य योजना का हिस्सा रखेगी, ऐसे में नाफेड के पास अब टेंडर में बेचने के योग्य स्टॉक लगभग ना के बराबर है,
वहीं पिछले कुछ टेंडर से देखा जा रहा है कि नाफेड टेंडर पास नहीं कर रहा जो बेचने योग्य कमजोर स्टॉक की तरफ संकेत कर रहा है, चना का बाजार फिलहाल वर्तमान भाव में जोखिम नहीं दिख रहा एवं अच्छे भाव बाजारों में मिल रहे हैं, वही नया चना उत्पादन में बड़ी पोल निकलेगी इसमें कोई शंका नहीं है वही मटर आयात भी खुला हुआ है लेकिन पड़ता ना होने के चलते ऑस्ट्रेलिया में चना उत्पादन कमजोर बना रहा।
चने का भाव कब बढ़ेगा?
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए चना का फंडामेंटल इस समय अच्छा दिखाई दे रहा है एवं वर्तमान भाव में निसंकोच बाजारों में बेचा जा सकता है एवं व्यापार किया जा सकता है। वही रिपोर्ट एवम् व्यापारियों से मिली जानकारी के अनुसार चना भाव भविष्य 2024 विपणन वर्ष में भी भाव में मजबूती बनी रहने की संभावना प्रबल दिखाईं दे रही है। व्यापार अपने विवेक से करें।
ये हैं चने के सबसे बड़े उत्पादक राज्य
चना रबी सीजन की प्रमुख फसल है एवम् विश्व का तकरीबन 70 फीसदी अकेला भारत में उत्पादन होता है, जो पहले स्थान पर आता है, वही भारत में दलहन में सबसे अधिक उत्पादन चने का होता है, भारत के प्रमुख उत्पादक राज्यों में मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा उत्पादन होता है जो भारत का कुल पैदावार का 25 फीसदी हिस्सा है, इसके बाद आंध्र प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक एवम उतर प्रदेश का स्थान है।
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